ऋषिकेश में चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप की बिल्डिंग में लगी कई टाइल्स रविवार को अचानक टूट कर गिर गईं। जिस जगह हादसा हुआ उसके ठीक नीचे यात्रा का पंजीकरण काउंटर है और यहां कई तीर्थयात्री लाइन में लगे थे। हालांकि ऊपर फाइबर का टेंट लगा होने के कारण बड़ा हादसा होने से बच गया और किसी यात्री को चोट नहीं आई।
15 दिन पहले ही यात्रा ब्रिडकुल ने ट्रांजिट कैंप को यात्रा प्रशासन के सुपुर्द किया गया था। लोकार्पण से पहले ही बिल्डिंग में लगी टाइल्स टूटने लगी थीं। कई टाइल्स रविवार को भी अचानक टूट कर गिर गईं
लोकार्पण से पहले ही टूटने लगी थी टाइल्स
दरअसल 15 दिन पहले ही यात्रा ब्रिडकुल ने ट्रांजिट कैंप को यात्रा प्रशासन के सुपुर्द किया गया था। लोकार्पण से पहले ही बिल्डिंग में लगी टाइल्स टूटने लगी थीं। रविवार सुबह करीब 9 बजे यहां पंजीकरण काउंटर पर यात्रियों की लाइन लगी थी। उसी दौरान बिल्डिंग पर लगी कुछ टाइल्स टूटकर काउंटर के ऊपर लगे टेंट पर जा गिरी। टाइल्स गिरते ही तीर्थ यात्रियों में अफरा तफरी मच गई।
मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने यात्रा प्रशासन को इसी सूचना दी गई। जिसके बाद यहां बैरिकेड्स लगाए गए। इधर हादसे के कुछ देर बाद ही चंद्रभागा नदी की तरफ गेट के आगे लगी दो टाइल्स भी टूटकर नीचे गिर गईं। यात्रा प्रशासन ने ब्रिडकुल के अधिकारियों को नई टाइल्स लगाने और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए कहा है।
इस हादसे के बाद भवन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में जिस जगह से टाइल्स उखड़कर नीचे गिरी है वहां पर कार्यदायी संस्था ने नट बोल्ट लगाकर छोड़ रखा है। जिसके कारण टाइल्स उखड़ रही हैं। प्रवेश द्वार पर भी फर्श में लगी टाइल्स भी उखड़ने लगी हैं।
लिफ्ट में फंसे दो तीर्थयात्री
यात्रा के दौरान दो तीर्थयात्री बिल्डिंग की लिफ्ट में फंस गए। बताया जा रहा है कि दोनों यात्री शनिवार दोपहर खाने खाने के लिए दूसरी मंजिल पर बनी कैंटीन पर जा रहे थे। जैसे ही लिफ्ट का गेट बंद हुआ बिजली गुल हो गई। करीब चार मिनट तक दोनों यात्री लिफ्ट में ही फंसे रहे। सूत्रों ने बताया इस दौरान लिफ्ट खोलने के लिए रखी गई चाबी भी नहीं मिली। ऐसे में दूसरी चाबी से लिफ्ट खोलकर यात्रियों को बाहर निकाला गया।
चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में टाइल्स को नट बोल्ट से टाइट करने और क्षतिग्रस्त टाइल्स की जगह दूसरी टाइल्स लगाने के लिए ब्रिडकुल के अधिकारियों को कहा गया है। जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।