उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री घाटी में पर्वतारोहण के लिए गए 20 सदस्यीय दल का एवलांच से सामना हो गया। दल के एक सदस्य की एवलांच की चपेट में आने से मौत हो गई। मरने वाला युवक ट्रैकिंग में हेल्पर का काम करता था। फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई है। युवक के शव को गुरुवार को गंगोत्री लाए जाने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक 20 सदस्यों का एक दल भागीरथी-2 की चोटी पर आरोहण के लिए गया था। चोटी का आरोहण करने के बाद सभी पर्वतारोही वापस लौट रहे थे। इस बीच रास्ते में एवलांच आ गया। जिसकी चपेट मे आने से एक पर्वतारोही की मौत हो गई। दल के अन्य सदस्यों ने मामले की जानकारी गंगोत्री नेशनल पार्क और आपदा प्रबंधन विभाग को दी। आगे पढ़िए
उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार एवलांच में दबे युवक के शव को अन्य सदस्यों ने भोजवासा पहुंचा दिया है। पूरा दल 24 जून को भागीरथी-2 चोटी के आरोहण के लिए गया था। मंगलवार को 8 पर्वतारोहियों के आरोहण के बाद दल वापस लौट रहा था। इस दौरान एक हेल्पर की एवलांच की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान नहीं हो पाई है, हालांकि बताया जा रहा है कि यह स्थानीय युवक कामर गांव का रहने वाला था। वो पर्वतारोहियों के दल के साथ हेल्पर के तौर पर काम करता था। इस साल पर्वतारोहण के दौरान स्थानीय युवक के मरने की यह दूसरी घटना है। कुछ समय पहले कांदीलीखाल ट्रैक पर गए एक वरिष्ठ गाइड की भी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मृतक का शव करीब 15 दिन बाद उत्तरकाशी लाया गया था।