उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की छह मंजिला नई इमारत बनकर लगभग तैयार है। खास बात यह है कि आधुनिक तकनीक से सुसज्जित इस भवन की डिजाइन उत्तरकाशी जिले में स्थित ऐतिहासिक पहाड़ी वास्तुकला कोटि बनाल शैली के 900 साल पुराने भवन से लिया गया है।
भवन को बनाने में 87.5 करोड़ रुपये खर्च आया है। जबकि 53 करोड़ रुपये से भवन में आपदा प्रबंधन से संबंधित उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा। इस माह के अंत तक निर्माण की प्रक्रिया पूरी होते ही इसे यूएसडीएमए को सौंप दिया जाएगा। प्रदेश में वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद इस भवन की परिकल्पना की गई थी। ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में एक स्थान पर बैठकर आपदा प्रबंधन की ठोस कार्ययोजना तैयार कर उसके जमीन पर उतारा जा सके।
भूकंप भी आसानी से है झेल सकती
देहरादून में सहस्रधारा आईटी पार्क में स्थित भवन का निर्माण कार्य जनवरी 2020 में शुरू किया गया था, जिसके इस माह के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। भवन का निर्माण वर्ल्ड बैंक वित्त पोषित उत्तराखंड डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट (यूडीआरपी) के तहत किया गया है।
यह उत्तराखंड की पहली ऐसी बिल्डिंग है, जिसे 4-स्टार ग्रिया का प्रमाणपत्र मिला है, जो आठ मेग्नीट्यूट तक का भूकंप भी आसानी से झेल सकती है। बिल्डिंग को सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) जैसे सीसीटीवी, आईपीबीएक्स, डेटा नेटवर्किंग, वाईफाई ऑन-ग्रिड, सौर ऊर्जा उत्पादन प्रणाली, पब्लिक एड्रेसेबल वॉयस अलार्म (पीएवीए) प्रणाली से सुसज्जित किया जाएगा। इस इमारत में 80 बेस आइसोलेशन सिस्टम लगाए गए हैं, जिन्हें विशेष तौर पर अमेरिका से मंगाया गया था। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि बिल्डिंग के पूरी तरह तैयार होते ही विभाग सहित कंट्रोल रूम को वहीं शिफ्ट कर दिया जाएगा।